पर्यावरण किसे कहते हैं? Paryavaran के प्रकार,परिभाषा, घटक, महत्व

पर्यावरण किसे कहते हैं (paryavaran kise kahate hain) – 

Environment शब्द फ्रेंच भाषा के ‘Environner’ शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ है – घिरा हुआ या घेरना! पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 के अनुसार, पर्यावरण किसी जीव के चारों ओर घिरी भौतिक एवं जैविक दशाओं एवं उनके साथ अंत:क्रिया को सम्मिलित करता है! 

पर्यावरण (paryavaran) का आशय जैविक एवं अजैविक घटकों एवं उनके आसपास के वातावरण के सम्मिलित रूप से है जो पृथ्वी पर जीवन के आधार को संभव बनाता है! अत: पर्यावरण एक प्राकृतिक परिवेश है जो पृथ्वी पर जीवन को विकसित, पोषित एवं समाप्त होने में मदद करता है! 

पर्यावरण के प्रकार (paryavaran ke prakar) – 

पर्यावरण दो प्रकार का होता है – प्राकृतिक या भौतिक पर्यावरण, सामाजिक पर्यावरण और मानव निर्मित पर्यावरण

(1) प्राकृतिक पर्यावरण क्या है (prakratik paryavaran kya hai) – 

प्राकृतिक पर्यावरण में पृथ्वी पर पाए जाने वाले जीवीय एवं अजीवीय दोनों परिस्थितियों को शामिल किया जाता है! भूमि, जल, वायु, पेड़ पौधे एवं जीव-जंतु मिलकर प्राकृतिक पर्यावरण का निर्माण करते हैं! स्थलमंडल,जलमंडल, वायुमंडल एवं जैवमंडल आदि भी प्राकृतिक पर्यावरण के अंतर्गत आते हैं! 

(2) मानव निर्मित पर्यावरण क्या हैं (manav nirmit paryavaran kya hai) – 

मानव निर्मित पर्यावरण के अंतर्गत वे सभी स्थान सम्मिलित है जो मानव ने कृत्रिम रूप से निर्मित किए हैं अत: कृषि क्षेत्र,औद्योगिक  शहर, वायु पतन, अंतरिक्ष स्टेशन आदि मानव ने निर्मित पर्यावरण के उदाहरण हैं!  

(3) सामाजिक पर्यावरण किसे कहते हैं (samajik paryavaran kise kahate hain) –

सामाजिक पर्यावरण में सांस्कृतिक मूल्य और मान्यताओं को सम्मिलित किया जाता है! पृथ्वी पर भाषायी, धार्मिक रीति रिवाजों, जीवन शैली के आधार पर सांस्कृतिक पर्यावरण का निर्माण होता है! राजनीतिक, आर्थिक एवं संस्थाएं या संगठन, सामाजिक पर्यावरण का हिस्सा होने के साथ साथ यह निर्धारित करते हैं कि प्राकृतिक पर्यावरण का उपयोग किस प्रकार किया जाए और किन लाभों के लिए किया जाए! 

environmental paryavaran पर्यावरण

पर्यावरण की परिभाषा (paryavaran ki paribhasha) – 

पर्यावरण की प्रमुख परिभाषाएं इस प्रकार हैं –

पार्क सी. सी. – मनुष्य एक विशेष स्थान पर, विशेष समय पर जिन संपूर्ण परिस्थितियों से घिरा हुआ हैं, उसे पर्यावरण कहते हैं! 

जे. एल. रॉस – पर्यावरण कोई भी वहां बाहरी शक्ति है जो हमें प्रभावित करती हैं! 

हर्स कोकवट्स – पर्यावरण उन सभी दशाओं तथा प्रभावों का योग है जो प्राणियों के जीवन एवं विकास पर प्रभाव डालता है! 

पर्यावरण के घटक या संघटक (paryavaran ke ghatak) –

पर्यावरण के संघटकों को तीन प्रमुख भागों में विभक्त किया जाता है –

(1) भौतिक या अजैविक घटक

(2) जैविक घटक

(3) ऊर्जा घटक

(1) भौतिक या अजैविक घटक – 

भौतिक संघटक के अंतर्गत सामान्य रूप से स्थलमंडल, वायुमंडल तथा जलमंडल को सम्मिलित किया जाता है! इन्है क्रमशः मृदा, वायु तथा जल संघटक भी कहते हैं! यह तीनों भौतिक संघटक पारितंत्र के उपतंत्र होते हैं! 

(2) जैविक घटक – 

पर्यावरण के जैविक संघटक का निर्माण निम्नलिखित उपतंत्रों द्वारा होता है – पादप, जीव और सूक्ष्मजीव! 

(3) ऊर्जा घटक – 

इसके अंतर्गत सौर प्रकाश, सूर्य विकिरण तथा उसके विभिन्न पक्षों को सम्मिलित किया जाता है! सूर्य से प्राप्त ऊर्जा सौर ऊर्जा कहलाती है जो विद्युत चुंबकीय तरंग के रूप में होती है, अतः इसे विद्युत चुंबकीय विकिरण भी कहा जाता है! 

पर्यावरण का महत्व (paryavaran ka mahatva) –

किसी के जीवन के लिए पर्यावरण का बहुत महत्व है, क्योंकि पृथ्वी पर जीवन पर्यावरण के कारण ही संभव हो पाया है! समस्त मनुष्य जीव-जंतु, प्राकृतिक वनस्पति, पेड़-पौधे, मौसम, जलवायु आदि पर्यावरण के अंतर्गत ही आते हैं! 

पर्यावरण न सिर्फ जलवायु संतुलन बनाए रखता है बल्कि जीवन के लिए आवश्यक सभी वस्तुएं भी उपलब्ध करवाता है! पर्यावरण का महत्व समझते हुए हैं हमें अपने भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए पर्यावरण का दोहन करने से बचना चाहिए और पर्यावरण का संतुलित उपयोग करना चाहिए!

पर्यावरण की विशेषताएं (Paryavaran ki visheshtaen) – 

(1) जैविक और अजैविक तत्वों के योग को पर्यावरण कहते हैं! 

(2) जैव विविधता,  प्राकृतिक वास तथा ऊर्जा किसी पर्यावरण के मुख्य तत्व होते हैं! पर्यावरण में स्थान और समय के अनुसार परिवर्तन होता रहता है! 

(3) पर्यावरण की कार्यात्मकता ऊर्जा संचार पर निर्भर करती है!

(4) पर्यावरण जैविक और अजैविक पदार्थों के कार्यात्मक संबंध पर आधारित होता है! 

(5) पर्यावरण अपने जैविक पदार्थों का उत्पादन करता है जो विभिन्न स्थानों पर अलग अलग होता हैं! 

(6) पर्यावरण एक बंद तंत्र है! इसके अंतर्गत प्राकृतिक पर्यावरण तंत्र स्वत: नियंत्रक क्रिया विधि जिसे होमियोस्टेटिक क्रियाविधि कहते हैं, के द्वारा नियंत्रित होता हैं! 

(7) पर्यावरण स्वयं पूर्ति एवं स्वनियंत्रित प्रणाली पर आधारित होता हैं! 

(8) पर्यावरण में विशिष्ट भौतिक प्रक्रिया क्रियाशील रहतीं हैं! 

(9) पर्यावरण में परिवर्तन की प्रक्रिया निरंतर होती रहती हैं! 

(10) पर्यावरण में क्षेत्रीय विविधता पायीं जाती हैं!

प्रश्न :- पर्यावरण को इंग्लिश में क्या कहते हैं?

उत्तर :- पर्यावरण को इंग्लिश में (Environment) एनवायरमेंट कहते हैं! Environment शब्द फ्रेंच भाषा के ‘Environner’ शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ है – घिरा हुआ या घेरना!

प्रश्न :- पर्यावरण शब्द की उत्पत्ति किस भाषा से हुई?

उत्तर :- पर्यावरण = परि+आवरण! पर्यावरण शब्द संस्कृत भाषा के ‘परि’ उपसर्ग (चारों ओर) और ‘आवरण’ से मिलकर बना है जिसका अर्थ है ऐसी चीजों का समुच्चय जो किसी व्यक्ति या जीवधारी को चारों ओर से आवृत्त (घेरे हुए) किये हुए हैं। पारिस्थितिकी और भूगोल में पर्यावरण शब्द अंग्रेजी के environment के पर्यायवाची के रूप में इस्तेमाल होता है।

प्रश्न :- पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है?

उत्तर :- पर्यावरण दिवस 5 जून को मनाया जाता है! पर्यावरण दिवस मनाने की घोषणा 5 जून 1972 को संयुक्त राष्ट्र संघ ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागरूकता लाने हेतु किया था. संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मलेन में 5 जून से 16 जून 1972 तक चर्चा हुई. इसके 2 वर्ष के पश्चात 5 जून 1974 को पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया.

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