स्वदेशी प्रौद्योगिकी क्या है? स्वदेशी तकनीक की आवश्यकता और सीमाएँ

स्वदेशी प्रौद्योगिकी क्या है (what is indigenous technology in hindi)

स्वदेशी प्रौद्योगिकी या तकनीक से आशय उन घरेलू तकनीकों से है जिनका प्रयोग लंबे समय से स्थानीय लोगों द्वारा किया जा रहा है। साथ ही जिन तकनीकों का विकास घरेलू ज्ञान और अर्थव्यवस्था के अनुरूप किया गया है। उदाहरण के लिए भारत में तुलसी और नीम के पौधों का विभिन्न औषधीय उद्देश्यों से प्रयोग किया जाना तथा भारत का मिसाइल कार्यक्रम और अंतरिक्ष कार्यक्रम आदि ।

स्वदेशी तकनीक वे तकनीक है जो लंबे समय से स्थानीय लोगों द्वारा प्रयोग की जा रही हैं तथा जिन का विकास पारंपरिक ज्ञान सांस्कृतिक चुनाव तथा आवश्यकताओं के अनुरूप स्थानीय संसाधनों संसाधनों से किया जाता है। उदाहरण के लिए योगा, आयुर्वेद आदि । वर्तमान काल में देशज तकनीक के निम्नलिखित उदाहरण हैं- भारत में नीम की निबोलिओं का घाव के उपचार में प्रयोग तुलसी का पारंपरिक दवाओं के रूप में पेय के रूप में उपयोग ।

स्वदेशी तकनीक की आवश्यकता या लाभ (Need or advantage of indigenous technology in hindi) –

जैसे की हम जानते है, कि तकनीक, विकासविकास का आधार है साथ ही निम्नलिखित बिन्दुओं में स्वदेशी तकनीक की आवश्यकता को देख सकते है –

(1) तकनीकी आत्म निर्भरता प्राप्त करना संप्रभुता पर्यावरण मैत्री उत्पाद बनाना । 

(2) जनता की आवश्यकता अनुरूप तकनीकी उन्नयन से विदेशी पूँजी खर्च को बचाना, मितव्ययता लाना,

(3) विकसित तकनीकों के माध्यम से उद्योगों को सहायता प्रदान करना।

(4) तकनीकी निर्यात् से विदेशी पूँजी की प्राप्ति आदि ।

(5) सामाजिक-आर्थिक आवश्यकताओं की पूर्ति करना ।

भारत में स्वदेशी तकनीक की समस्याएँ (Problems of indigenous technology in India) –

भारत में स्वदेशी तकनीक के संबंध में निम्नलिखित समस्याएँ देखी जा सकती हैं 

(1)प्राचीन और परंपरागत ज्ञान का लिखित रूप में न होना। इस वजह कई प्राचीन और परंपरागत तकनीके समय के साथ विलुप्त हो गयी।

(2) भारत में स्वदेशी तकनीक के विकास के लिए आधारभूत ढांचे की कमी है।

(3) भारत की शिक्षा प्रणाली का अनुसंधान से जुड़ाव नही है।

(4) व्यावहारिक ज्ञान की कमी।

(5) स्वदेशी तकनीक विकास के संबंध में पर्याप्त वित्तीय आवंटन न हो पाना ।

(6) स्वदेशी आवश्यकताओं के अनुरूप तकनीकी विकास का न हो पाना । 

(7) स्वदेशी तकनीकों के विकास में संलग्न लोगों को पर्याप्त वित्तीय प्रोत्साहन न दिया जाना! GDP का बहुत कम प्रतिशत अनुसंधान में खर्च किया जाता हैं।

(8) स्वदेशी तकनीकी से संबंधित एकीकृत नीति का अभाव |

आपको यह भी पढना चाहिए

नैनो टेक्नोलॉजी क्या हैं? इसके लाभ

बायोटेक्नोलॉजी क्या हैं? बायोटेक्नोलॉजी की परिभाषा, इतिहास, प्रकार, महत्व, सीमाएँ

Leave a Comment

error: Content is protected !!