आपदा किसे कहते हैं (aapda kise kahate hain) –
आपदा (aapda) एक प्राकृतिक अथवा मानवजनित घटना हैं, जिसका व्यापक परिणाम मानव क्षति हैं, अर्थात – आपदा उन अप्रत्याशित दुष्प्रभावी चरम घटनाओं एवं प्रकोपों को कहा जाता हैं, जो प्रकृतिजन्य या मानवजनित होतीं हैं तथा जिनकें द्वारा मानव, जीव-जंतु एवं पादप समुदाय को अपार क्षति होती हैं!
आपदा को इंग्लिश में डिजास्टर से हुई हैं, जो दो शब्दों ‘Des’ तथा ‘Astre’ से मिलकर बना हैं, जिसमें ‘Des’ का अर्थ अशुभ तथा ‘Astre’ का अर्थ सितारा होता हैं! इस प्रकार डिजास्टर का अर्थ अशुभ सितारा होता हैं!
कभी-कभी आपदा को प्रकोप भी कहा जाता है, परंतु प्रकोप और आपदा में अंतर होता है! प्रकोप, वे प्राकृतिक घटनाएं हैं, जो किसी भी तंत्र को व्यापक रूप से प्रभावित करती है तथा जो निर्जन क्षेत्रों में उत्पन्न होती है! आपदा प्राकृतिक अथवा मानवीय कारणों से उत्पन्न वे चरम घटनाएं होती है, जो मानव को प्रभावित करती है! जब प्रकोप मानव आवासित क्षेत्र में आता है, तब आपदा का रूप ले लेता है!
आपदा के प्रकार (aapda ke prakar) –
उत्पत्ति के आधार पर आपदाओं को दो वर्गों में विभाजित किया जाता है – प्राकृतिक आपदाएं और मानव जनित आपदाएं
(1) प्राकृतिक आपदाएं किसे कहते हैं (Prakritik aapda kise kahate hain) –
मानव पर दुष्प्रभाव डालने वाला प्राकृतिक परिवर्तनों को प्राकृतिक आपदाएं कहते हैं! प्राकृतिक आपदाएं अपेक्षाकृत तीव्रता से घटित होती है! जिन पर मानव समाज पर नियंत्रण नहीं के बराबर होता है! इसके अंतर्गत भूकंप, ज्वालामुखी, भूस्खलन, बाढ़, चक्रवात, मरुस्थलीकरण, रेगिस्तानी क्षेत्रों में विषम जलवायु दशाएं आदि आते हैं!
प्राकृतिक आपदाओं को रोकने की संभावना बहुत कम है इसलिए इनसे बचने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि इनके असर को कम करना और उनका प्रबंधन करना
मानवजनित आपदाएं ऐसी आपदाएं होती है, जिनके लिए सीधे तौर पर मानव जिम्मेदार होता हैं! ग्रीन हाउस प्रभाव व भूमंडलीय तापन, वायु, जल व ध्वनि प्रदूषण, नाभिक दुर्घटना, बम विस्फोट, रेल, वायुयान एवं सड़क दुर्घटनाएं, शहरी आग, वनाग्नि आदि मानवीय क्रियाकलापों का ही परिणाम है!
इसके अतिरिक्त कुछ प्राकृतिक आपदाओं को मानवीय गतिविधियों से ही बढ़ावा मिलता है उदाहरण के लिए वनों को काटने से बाढ़, सूखा, भूस्खलन आदि का प्रकोप बढ़ रहा है!
आपदा की विशेषताएं (aapda ki visheshtaen) –
(1) यह अप्रत्याशित एवं त्वरित गति से घटती हैं!
(2) आपदाएं प्राकृतिक एवं मानवजनित हो सकती हैं!
(3) इसके कारण परिवहन, संचार और अन्य अनिवार्य सेवाएं प्रभावित होतीं हैं!
(4) इसके कारण सामाजिक ढांचा क्षतिग्रस्त हो जाता हैं और इमारत ध्वस्त हो जाती हैं!
आपदा के कारण (aapda ke karan)-
आपदाओं के घटित होने का कारण प्राकृतिक या मानवजनित हो सकता हैं! प्राकृतिक आपदा के प्रमुख कारण भूकंप, ज्वालामुखी, भूस्खलन, बाढ़, चक्रवात, मरुस्थलीकरण, रेगिस्तानी क्षेत्रों में विषम जलवायु दशाएं आदि हैं!
आपदा के दुष्प्रभाव या हानियाँ (aapda ke dushprabhav) –
आपदाओं के कारण व्यापक पैमाने पर जनधन की हानि होती हैं! आपदाओं के कारण निवास नष्ट हो जाते हैं! आपदाओं के कारण जल प्रदूषित हो जाता हैं और पीने के पानी का संकट उत्पन्न हो जाता हैं! आपदा के अवसंरचनाएं नष्ट हो जाती हैं! आपदा के कारण मनुष्य एवं पशुओं के लिए खाद्य संकट उत्पन्न हो जाता हैं!
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