व्यापार संबंध बौद्धिक संपदा अधिकार या ट्रिप्स क्या हैं (trips kya hai) –
1990 के दशक में विश्व व्यापार संगठन की स्थापना हुई! इसके चार्टर में कई समझौते हैं. उसमें एक बौद्धिक संपदा अधिकार के व्यापार संबंधित पहलुओ पर समझौता (ट्रिप्स) है! ट्रिप्स (Trips) , बौद्धिक संपत्ति के अधिकारों के न्युनतम मानक को तय करता है! इसके नियम डब्ल्यूटीओ के सभी सदस्य देशों पर लागू होते हैं!
डब्ल्यूटीओ विभिन्न राष्ट्रों के बीच व्यापार के वैश्विक नियम की व्याख्या करता है! इस संगठन के अंतर्गत व्यापार संबद्भ में बौद्धिक संपदा अधिकार के संरक्षण के लिए ट्रिप्स व्यवस्था बनाई गई! ट्रिप्स (Trips) संदर्भित समझौता 1986-94 के उरूग्वे दौर में किया गया!
ट्रिप्स जरिए पहली बार बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली में बौद्धिक संपदा नियमों को सम्मिलित किया गया है! व्यापार के अंतर्गत केवल वस्तुओं और सेवाओं का व्यापार नही आता है बल्कि विचारों और ज्ञान को भी व्यापार महत्वपूर्ण अंग माना जाने लगा!
बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंध व्यापार विवादों को दूर करने के लिए अब विश्व व्यापार संगठन के अंतर्गत विवाद निपटान प्रणाली की व्यवस्था की गई है! ट्रिप्स समझौते में पांच बिंदुओं को सम्मानित किया गया है!
ट्रिप्स फुल फॉर्म इन हिंदी (trips full form in hindi) –
TRIPS full form – Agreement on Trade-Related Aspects of Intellectual Property Rights है, जिसका हिंदी अर्थ व्यापार संबंध बौद्धिक संपदा अधिकार होता है!
ट्रिप्स समझौते के महत्वपूर्ण बिंदु (TRIPS Important Agreement Points in hindi) –
(1) बौद्धिक संपदा अधिकार को पर्याप्त संरक्षण किस प्रकार दिया जाए!
(2) व्यापार व्यवस्था के मूल सिद्धांतों और अन्य अंतर्राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा समझौतों को किस प्रकार लागू किया जाए!
(3) विभिन्न देश अपने भौगोलिक क्षेत्र में उन अधिकारों को किस प्रकार से लागू करें!
(4) नई व्यवस्था प्रारंभ होने की अवधि के दौरान विशेष संक्रमणकालीन व्यवस्था किया जाना!
(5) डब्ल्यूटीओ के सदस्य देशों के बीच बौद्धिक संपदा विवादों का निपटारा कैसे किया जाए!
ट्रिप्स समझौते में एक महत्वपूर्ण सिद्धांत यह भी निहित हैं कि बौद्धिक संपदा संरक्षण तकनीकी नवाचार और तकनीकी स्थानांतरण दोनों स्तरों पर प्रदान किए जाएंगे!
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