जैव विविधता किसे कहते है? जैव विविधता का महत्व बताइए

जैव विविधता किसे कहते है (jaiv vividhata kise kahte hai) –

जीवन के विभिन्न रूपों को एक शब्द में जैव विविधता कहते हैं! यदि समुचित पृथ्वी को एक तंत्र मान लिया जाए तो इसमें मौजूद समस्त जंतुओं और वनस्पतियों की विविधता को ही हम जैव विविधता कहते हैं! जैव विविधता का महत्व बहुत अधिक हैं!वर्तमान में पृथ्वी पर जीवो की लाखों प्रजातियां पाई जाती है जो समेकित होकर जैव विविधता को दर्शाती है!

जैव विविधता का महत्व (jaiv vividhata ka mahatva) –

जैव विविधता पारिस्थितिक तंत्र एवं लोगों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है! जैवविविधता स्वस्थ जीवन का निर्माण करती है! यह विविध प्रकार का भोजन एवं पदार्थ प्रदान करती है और अर्थव्यवस्था में योगदान देती है! जैव विविधता का महत्व इस प्रकार है –

(1) कृषि में जैव विविधता का महत्व (krishi me jaiv vividhata ka mahatva) – 

जैव विविधता, कृषि के अनुवांशिक पदार्थ का स्त्रोत होते जो कृषि के भविष्य के लिए अत्याधिक महत्व रखती है! कृषि जैव विविधता, कृषि पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूती प्रदान कर और उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर सभी प्रजातियों का पोषण करती है!

सदियों से प्रजातियों की निर्भरता कृषि पर रही है! कृषि की लगभग 940 प्रजातियां, बीमारियों एवं अन्य कारणों जैसे – प्रदूषण के खतरे में आ चुकी है! जीवन और पारितंत्र के संतुलन के लिए कृषि और जैव विविधता का संरक्षण किया जाना अत्यंत आवश्यक है! 

(2) दवाईयां एवं औषधियाँ (Davaiyon evam aushadhiyon me jaiv vividhata ka) –

अनेक प्रकार के पौधे भिन्न भिन्न प्रकार की बीमारियों के उपचार के लिए विभिन्न प्रकार की दवाइयां प्रदान करते हैं! कई पादपों से प्राप्त पदार्थों से दर्द निवारक, कैंसर, मलेरिया के उपचार से संबंधित आदि जैसी जटिल बीमारियों के उपचार की दवाई बनाई जाती है! दर्द निवारक दवाओं में मार्फिन, कैंसर के लिए टैक्सोल दवा का निर्माण इन्हीं पादपों से एवं कई एंटीबायोटिक दवाई बनाई जाती हैं! जानवरों और पशुओं पर सर्वाधिक खोजें होती हैं! कोई भी दवा सबसे पहले जानवरों पर इस्तेमाल की जाती है! 

(3) जैव विविधता का सामाजिक या पारितंत्र महत्व – 

जैव विविधता का हा्स प्रत्यक्ष रूप से सामाजिक जीवन को प्रभावित करता है! जैव विविधता पारितंत्र को स्थिर एवं स्वस्थ बनाए रखती है! जैव विविधता के हास् के कारण ही आज ग्लोबल वार्मिंग तथा ऐसीड रेन जैसी समस्याएं उत्पन्न हो गई है! जैव विविधता से प्राप्त सभी पदार्थ के निरंतर प्रयोग को बनाए रखने के लिए उनका रखरखाव अत्यंत ही आवश्यक है! जैव विविधता ही जीवन का आधारभूत घटक है जो पृथ्वी पर जीवन बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है! 

(4) जैव विविधता का सौंदर्यपरक महत्व – 

प्रकृति से मानव को फूल एवं फल की प्राप्ति हमेशा से होती रही है! मनुष्य आज पारिस्थितिकी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पालतू जानवरों, पक्षियों का संरक्षण चिड़ियाघर के माध्यम से, पौधों व वृक्षों का संरक्षण और उनके प्राकृतिक सौंदर्य को वानस्पतिक उद्यान द्वारा संरक्षित कर रहा है! मनुष्य का सदियों से ही पशुपालन, पक्षियों के पालन से रिश्ता रहा है! ये पशु-पक्षी तथा पेड़ पौधे उसके जीवन को हमेशा से ही प्रभावित करते आए हैं! प्राचीन काल से ही मनुष्य तुलसी, वट वृक्ष और पीपल के वृक्ष को सांस्कृतिक महत्व देता आया है! 

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