कौटिल्य और मैकियावेली में समानता (Similarities between Kautilya and Machiavelli) –
कौटिल्य और मैकियावेली दोनों अपने समय के महान विचारक है। दोनों के विचारों में पर्याप्त अंतर पाया जाता हैं, जो इस प्रकार हैं –
(1) दोनों ही राजा के समर्थक हैं
(2) राजा के गुणों पर अधिक जोर देते हैं.
(3) दोनों ही राज्य को नैतिकता से बंधा मानते हैं
(4) दोनों ही शासन को कला मानते हैं और स्थाई राज्य का आधार मानते हैं
(5) दोनों ही प्रजा पर आतंक द्वारा शासन चलाते हैं।
(6) दोनों ही साधनों की पवित्रता का त्याग करते हैं।
(7) दोनों ही शासन कला में गुप्तचर विभाग पर जोर देते हैं।
(8) दोनों की आत्मा गणतंत्रात्मक हैं।
(9) दोनों ही राजा पर एक प्रतिबंध स्थापित करते हैं।
कौटिल्य और मैकियावेली में असमानता (Disparity between Kautilya and Machiavelli in hindi) –
(1) जहां मैकियावेली का विचार केवल देश काल परिस्थिति एवं राजनीति से संबंधित था, वही कौटिल्य का विचार संपूर्ण जीवन से संबंधित है।
(2) मैकियावेली ने केवल राज्य सुरक्षा पर बल दिया, जबकि कौटिल्य संपूर्ण राजनीतिक दर्शन का प्रणयता है।
(3) मैकियावेली ने धर्म और नैतिकता और का पूर्णताः त्याग कर दिया जबकि कौटिल्य ने एक निश्चित समय तक धर्म और नैतिकता को बनाए रखा।
(4) मैकियावेली राज्य के विकास का ऐतिहासिक और विकासवादी सिदधांत को स्वीकार करता है, जबकि कौटिल्य समझौतावादी है।
(5) मैकियावेली राजा की दिनचर्या सुनिश्चित नहीं करता, जबकी कौटिल्य संपूर्ण दिनचर्या निर्धारित करता है।
(6) कौटिल्य का राजा धर्म एवं कर्तव्य से सीमित है, जबकि मैकियावेली का राज धर्म एवं नैतिकता निपेक्ष हैं!
(7) मैकियावेली के विचारों में राज्य साधन व्यक्ति साध्य हैं, जबकि कौटिल्य के विचार में राज्य साध्य एवं व्यक्ति साधन दोनों है।
(8) मैकियावेली के राज्य का उदेश्य शांति व्यवस्था बनाए रखना है, जबकि कौटिल्य का राज्य नैतिक विकास को साध्य मानता है।
(9) कौटिल्य परम्परावादी है जबकि मैकियावेली आधुनिक है।
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