मध्यप्रदेश के प्रमुख पर्वत (Madhya Pradesh ke pramukh Parvat)

 

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मध्यप्रदेश के पर्वत (mountain range in madhya pradesh in hindi)  –

मध्यप्रदेश में मुख्यता दो पर्वत श्रृंखलाएं पाई जाती है,सतपुड़ा और विंध्याचल पर्वत श्रृंखला! अमरकंटक को सतपुड़ा पर्वत तथा विंध्याचल पर्वत श्रृंखला के मिलन स्थल के रूप में जाना जाता है! Madhya Pradesh ke pramukh Parvat इस प्रकार है –

Mp Ya Madhya Pradesh ke pramukh Parvat –

(1) सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला (Satpura mountain range)  (2) विंध्याचल पर्वत श्रेणी (vindhyachal Parvat Range)

Madhya Pradesh ke pramukh Parvat)

 

(1) सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला (Satpura parvat shreni in hindi) –

सतपुड़ा पर्वत एक ब्लॉक पर्वत है.सतपुड़ा पर्वत श्रेणी मुख्यत:  ग्रेनाइट एवं बेसाल्ट चट्टानों से निर्मित है. इस पर्वत श्रेणी के उत्तर में नर्मदा की दरार घाटी एवं दक्षिण में ताप्ती की दरार घाटी स्थित है! 
 
सतपुड़ा पर्वत की लंबाई 1120 KM है तथा औसत ऊंचाई 900 मी.से अधिक है. सतपुड़ा(satapuda) पर्वत श्रेणी गोदावरी और नर्मदा के बीच जल विभाजक का कार्य करती है! यह पर्वत श्रेणी पश्चिम में राजपिपला की पहाड़ियों से प्रारंभ होकर महादेव एवं मैकल की पहाड़ियों के रूप में छोटा नागपुर का पठार तक विस्तृत है! 
 
सतपुड़ा पर्वत श्रेणी का विस्तार अलीराजपुर, बड़वानी, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, पंचमढी, बालाघाट, डिंडोरी सिवनी, अनूपपुर तक है! सतपुड़ा की सबसे ऊंची चोटी (satpura range highest peak) धूपगढ़ (1,350) है, जो पंचमढी में है.
सतपुड़ा श्रेणी के तीन उपविभाग है –
 

(1) राजपीपला की श्रेणी (Rajpeepla Ki Shrenee in hindi) – 

यह संकरी टेढ़ी-मेढ़ी प्रपाती ढलान वाली श्रेणी है, जो गुजरात  (राजपीपला) तथा मध्य प्रदेश से पश्चिमी सीमा से ब्रह्मपुत्र तक स्थित है! राजपिपला की श्रेणी के तहत पश्चिम में राजपिपला की पहाड़ियां, अखरानी की पहाड़ियां, बड़वानी की पहाड़ियां, मथवार की पहाड़ियां, बीजागढ़ की पहाड़ियां तथा असीरगढ़ की पहाड़ियां आदि आती है! 
 
राजपीपला सबसे ऊंची चोटी की ऊंचाई 1,325 मीटर है! असीरगढ़ की पहाड़िया एवं नर्मदा के बीच निमाड़ का मैदान स्थित है! अखरानी और मथवार पहाड़ियों के मध्य नर्मदा नदी ने गहरी कंदरा बनाई है
 

(2) मध्य सतपुड़ा श्रेणी – 

मध्य श्रेणी के नाम से पहचाने जाने वाला यह हिस्सा राजपीपला के पूर्व में  स्थित एक चौडी श्रेणी है! इसके पूर्व में क्रमशः बैतूल और छिंदवाड़ा के पठार है तथा इसके उत्तर में महादेव की श्रेणियां हैं! इसकी मुख्य उप-श्रेणियों में ग्वालीगढ़ की तथा महादेव की श्रेणियां हैं! ताप्ती नदी के दक्षिण में ग्वालीगढ़ श्रेणियां स्थित है! महादेव श्रेणी होशंगाबाद, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर और सिवनी जिले में है! 
 

(3) मैकल श्रेणी (Mekal Shrenee in hindi) –

मैकल श्रेणी सतपुड़ा का सबसे पूर्वी भाग है, जो प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी भाग में स्थित है! यह अर्धचंद्राकार भाग है! यह श्रेणी प्रदेश के डिंडोरी, बालाघाट और अनूपपुर जिले के अलावा छत्तीसगढ़ में भी फैली हुई है! मैकल पहाड़ी पर अमरकंटक स्थित है,जहां से नर्मदा, सोन और जोहिला नदी का उद्गम होता है! मैकल श्रेणी का सर्वोच्च शिखर की ऊंचाई 1127 मीटर है! 
 

विंध्याचल पर्वत श्रेणी (Vindhyachal Parvat Shreni in hindi)

 Madhya Pradesh ke pramukh Parvat)

विंध्याचल पर्वत एक अवशिष्ट पर्वत है.यह प्राचीन युग की परतदार चटटानो से निर्मित है, जिसमें लाल, बलुआ पत्थर बहुतायत में मिलते हैं! विंध्याचल पर्वत की सबसे ऊंची चोटी (highest peak of vindhyachal range) सिद्ध बाबा है, जिसकी ऊंचाई 1172 मी.है
 
विंध्याचल पर्वत माला के पश्चिम से पूर्व की ओर भांडेर, कैमूर एवं पारसनाथ की पहाड़ी के रूप में गुजरात से लेकर झारखंड तक विस्तृत है!यह पर्वतमाला उत्तर भारत को दक्षिण भारत से पृथक करती है! 
 
यहां मध्य प्रदेश की सबसे प्राचीन पर्वत श्रेणी होने के साथ-साथ एक विश्व की सर्वाधिक प्राचीनतम पर्वत श्रेणियों में से एक है! इसका विस्तार अलीराजपुर,धार, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, इंदौर, देवास, हरदा, सीहोर, होशंगाबाद, नरसिंहपुर, जबलपुर, दमोह, कटनी, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली तक विस्तृत है! 
 
भांडेर एवं कैमूर श्रेणी विंध्याचल पर्वतमाला की उप श्रेणियां हैं –
 

(1) भांडेर श्रेणी (Bhander Shrenee in hindi) – 

विंध्याचल पर्वत की भांडेर श्रेणी का विस्तार मध्य प्रदेश के छतरपुर, दमोह,और पन्ना जिले में है यह विंध्याचल श्रेणी का पूर्वी हिस्सा है! रीवा-पन्ना के पठार में विंध्य की सबसे ऊंची चोटी गुडविल (सदभावना शिखर) है, जिसकी ऊंचाई 752 मी.है.यह दमोह जिले में स्थित है! गुडविल शिखर को कोलुम्बो तथा कलुमार शिखर के नाम से भी जाना जाता है! 
 

(2) कैमूर श्रेणी (Kemur Shrenee in hindi) – 

कैमूर पहाड़ियां विंध्याचल पर्वत का पूर्वी हिस्सा है, जो मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले की कटंगी से प्रारंभ होकर कटनी, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली से होते हुए झारखंड तक फैला है! कैमूर पर्वत श्रेणी सोन नदी घाटी के उत्तरी किनारे पर खड़ी दीवार के रूप में स्थित है 

प्रश्न :- Highest peak of vindhya range

उत्तर :- विंध्याचल पर्वत की सबसे ऊंची चोटी (highest peak of vindhyachal range) सिद्ध बाबा है, जिसकी ऊंचाई 1172 मी.है

प्रश्न :- सतपुड़ा पर्वत की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है The highest peak of satpura range

उत्तर :- सतपुड़ा की सबसे ऊंची चोटी धूपगढ़ (1,350) है, जो पंचमढी में है.

प्रश्न :- विंध्याचल पर्वत की सबसे ऊंची चोटी का नाम क्या है?

उत्तर :- विंध्याचल पर्वत की सबसे ऊंची चोटी (highest peak of vindhyachal range) सिद्ध बाबा है, जिसकी ऊंचाई 1172 मी.है

प्रश्न :- मध्यप्रदेश के पर्वतों के नाम बताइए

उत्तर :- मध्यप्रदेश में मुख्यता दो पर्वत श्रृंखलाएं पाई जाती है,सतपुड़ा और विंध्याचल पर्वत श्रृंखला! अमरकंटक को सतपुड़ा पर्वत तथा विंध्याचल पर्वत श्रृंखला के मिलन स्थल के रूप में जाना जाता है!

प्रश्न :- सद्भावना (सदभावना) शिखर की ऊंचाई कितनी है

उत्तर :- रीवा-पन्ना के पठार में विंध्य की सबसे ऊंची चोटी गुडविल (सदभावना शिखर) है, जिसकी ऊंचाई 752 मी.है.यह दमोह जिले में स्थित है! गुडविल शिखर को कोलुम्बो तथा कलुमार शिखर के नाम से भी जाना जाता है! 
 

प्रश्न :- राजपीपला पहाड़ी किस राज्य में है

उत्तर :- यह संकरी टेढ़ी-मेढ़ी प्रपाती ढलान वाली श्रेणी है, जो गुजरात  (राजपीपला) तथा मध्य प्रदेश से पश्चिमी सीमा से ब्रह्मपुत्र तक स्थित है! राजपिपला की श्रेणी के तहत पश्चिम में राजपिपला की पहाड़ियां, अखरानी की पहाड़ियां, बड़वानी की पहाड़ियां, मथवार की पहाड़ियां, बीजागढ़ की पहाड़ियां तथा असीरगढ़ की पहाड़ियां आदि आती है

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